- CRIAI
- 2024-09-17
गृह मंत्रालय के 14 लाख साइबर अपराधियों के ऑनलाइन डेटाबेस के अंदर , संदिग्ध रजिस्ट्री क्या है?
2024-09-18फेडएक्स कूरियर फ्रॉड के बाद साइबर अपराधी अब भारतीय डाक को ठगी के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक केवल कुछ ही मामले सामने आए हैं, लेकिन फेडएक्स स्कैम के पैटर्न को देखते हुए यह संख्या काफी बढ़ सकती है। हैदराबाद के वेस्ट मैरेडपल्ली के एक 75 वर्षीय रिटायर केंद्रीय सरकारी कर्मचारी से 23.26 लाख रुपये की ठगी की गई। यह स्कैम तब शुरू हुआ जब पीड़ित को इंडिया पोस्ट का अधिकारी बनकर किसी व्यक्ति ने फोन किया।
कॉल करने वाले ने दावा किया कि पीड़ित ने मुंबई से दुबई के लिए जो पार्सल बुक किया था, उसमें पुलिस की वर्दी और आईडी कार्ड जैसी संदिग्ध चीजें थीं। जालसाज ने पीड़ित को मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया और उसे विशाल ठाकुर नाम के एक व्यक्ति से बात कराई, जिसने खुद को पुलिस अधिकारी बताया।
ठाकुर ने दावा किया कि पीड़ित के आधार क्रेडेंशियल का दुरुपयोग मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा रहा है। कथित धोखाधड़ी से 400 करोड़ रुपये (लगभग) का कमीशन देने का वादा किया। दबाव में आकर पीड़ित ने RBI के साथ अपने क्रेडेंशियल को वैरिफाई करने के लिए एक खाते में 23.26 लाख रुपये जमा कर दिए।
स्कैम तब जारी रहा जब जालसाजों ने सुप्रीम कोर्ट क्लीयरेंस फीस के लिए अतिरिक्त 5 लाख रुपये की मांग की। यहीं पर पीड़ित को संदेह हुआ और उसने स्थानीय पुलिस को स्कैम की सूचना दी। घोटाले में इस्तेमाल किए गए खातों का पता पश्चिम बंगाल में लगाया है। संदेह है कि ये खाते नकली हो सकते हैं। तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो (TGCSB) मामले की आगे जांच कर रहा है।
Sign up for free and be the first to get notified about new posts.